अर्ध नारीश्वर मंदिर:- इस मंदिर का निर्माण 16 वीं शताब्दी का है। मंदिर मियां कलेशवर मण्डी ने बनवाया था। इसके गर्भ गृह में स्थापित भव्य प्रतिमा अर्द्धनारीश्वर को समर्पित है। दायीं ओर शिव और बाईं ओर पार्वती के रूप को दर्शया गया है। प्रतिमा के पार्श्व में नंदी और सिंह, शिव-पार्वती के वाहन के रूप में दिखाये गये हैं। मन्दिर के पीछे कार्तिकेय की प्रतिमा बनाई गई है। भैरव और कुछ योगियों की प्रतिमाएं मन्दिर की शोभा बढाती हैं। गर्भ गृह बाहर दरवाजे की शाखाओं पर गंगा और यमुना की अपने वाहनों पर आकृतियां बनाई गई हैं।
Comment with Facebook Box