महुनाग मंदिर - करसोग से 25 किलोमीटर दूर माहु नाग मंदिर बखारी गांव में स्थित है। महुनाग का राजा करण को मन गया है। महाभारत का वह वीर योद्धा जिसने मित्रता के लिए अन्याय स्वीकार किया था। माहु नाग मंदिर में गर्भगृह के समक्ष कुंड सदा बंद रहता है। मंदिर का जो आज भव्य स्वरूप है उसका निर्माण सुकेत रियासत के राजा श्याम सेन ने 1664 ई. में करवाया था। माहु नाग देवता ने ही अपनी शक्ति के बल पर सुकेत के राजा को मुगलों की कैद से मुक्त कराया था। माहु नाग के मंदिर में सुन्दर नक्काशी की गे है। नाग विष का देवता है। मान्यता है की यदि किसी व्यक्ति को सांप काट लेता है तो लोग नाग का "बांध" कर लेते हैं।
Comment with Facebook Box